जयपुर, 12 सितंबर 2025 (न्याय स्तंभ)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल और पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत के निर्देशन में शुरू किया गया 1962-एमवीयू राजस्थान चैटबॉट देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने 8 सितंबर को आकस्मिक रूप से चैटबॉट पर वीडियो कॉल कर टेली कंसलटेंसी सेवा का अनुभव लिया और इस नवाचार की सराहना की। उन्होंने इसे अन्य राज्यों में भी लागू करने योग्य बताया।
महाराष्ट्र भी अपनाएगा मॉडल
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने भी राजस्थान मॉडल को सराहते हुए 4 सितंबर को 1962 महापशुधन संजीवनी एप के जरिए व्हाट्सएप चैटबॉट सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया है।
क्या है चैटबॉट सुविधा
1962-एमवीयू राजस्थान चैटबॉट (नंबर 9063475027) के जरिए पशुपालक मोबाइल पर ही पशुओं की बीमारी का इलाज जान सकते हैं। इसमें विभागीय योजनाओं की जानकारी, संस्थाओं की सूची, गूगल मैप लोकेशन और वीडियो टेलीकंसलटेंसी जैसी सुविधाएं मिलती हैं। वीडियो कॉल पर पशु चिकित्सक प्रिस्क्रिप्शन भी जारी कर देते हैं।
अब तक 48 हजार पशुपालक लाभांवित
सुबह 6 से शाम 6 बजे तक संचालित इस चैटबॉट से अब तक 48 हजार से अधिक पशुपालक लाभ उठा चुके हैं, जिनमें 8600 से ज्यादा ने वीडियो टेलीकंसलटेंसी का इस्तेमाल किया। इस चैटबॉट को बीएफआईएल, इंडसइंड बैंक और राजस्थान पशुपालन विभाग ने मिलकर विकसित किया है।

प्रादेशिक
राजस्थान के 1962-एमवीयू चैटबॉट की देशभर में हो रही सराहना
By NyaystambhSep 12, 2025, 11:57 am0
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