हसनपुरा पुलिया के पास सड़क धंसने के मामले में तुरंत मौके पर पहुंचीं आयुक्त डॉ. निधि पटेल
जयपुर। 17 जुलाई 2025 (न्याय स्तंभ) नगर निगम हेरिटेज की आयुक्त डॉ. निधि पटेल ने बुधवार को हसनपुरा पुलिया के पास धंसी सड़क और सीवर लाइन क्षति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। जिस कार्य को कई बार फाइलों में दबा दिया जाता है, उस पर डॉ. पटेल ने आते ही एक्शन मोड में काम शुरू करवा दिया है।
सड़क धंसने की वजह से क्षेत्र में आम जन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जांच में पाया गया कि पुरानी सीवर लाइन जर्जर हो चुकी थी, जिससे ज़मीन में कटाव आ गया। इसको लेकर तुरंत नई सीवर लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया गया है। अब तक 27 मीटर सीवर लाइन डाली जा चुकी है और आज 90 मीटर लाइन डालने का टारगेट रखा गया है। मौके पर मौजूद टीम को निर्देश देते हुए डॉ. निधि पटेल ने कहा, “काम की गति धीमी नहीं होनी चाहिए, हम जनता के लिए हैं और जनता की समस्या प्राथमिकता है।”
इस दौरान उन्होंने नालियों की स्थिति का भी जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को पानी की निकासी सुनिश्चित करने हेतु सभी ब्लॉकेज तत्काल हटवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जलजमाव जैसी समस्या का समाधान तभी संभव है जब सीवर और ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त हों।
डॉ. निधि पटेल की सक्रियता को लेकर निगम के भीतर भी चर्चा तेज है। अधिकारी और कर्मचारी कह रहे हैं कि लंबे समय बाद ऐसा लगा कि कोई अफसर पूरे सिस्टम को खंगाल कर जमीनी सुधार में जुटा है। स्थानीय लोग भी राहत महसूस कर रहे हैं। एक दुकानदार ने कहा, “अगर ऐसी अफसर पहले आ जातीं, तो हेरिटेज क्षेत्र की हालत इतनी खराब नहीं होती।”
हेरिटेज क्षेत्र, जो कभी अपनी ऐतिहासिक सुंदरता और साफ-सुथरे माहौल के लिए जाना जाता था, बीते कुछ सालों में अव्यवस्थाओं का गढ़ बन गया था। गंदगी, सीवर जाम, टूटी सड़कें और धीमी कार्यशैली जैसी समस्याएं आम हो गई थीं। लेकिन डॉ. निधि पटेल की कार्यशैली और मैदान में उतरकर निरीक्षण करने की नीति ने जनता को उम्मीद दी है कि अब बदलाव निश्चित है।
आयुक्त का यह सक्रिय रुख न सिर्फ जनता के भरोसे को लौटाने वाला है, बल्कि यह सिस्टम के भीतर जड़ जमा चुकी सुस्ती को भी चुनौती दे रहा है। जयपुर जैसे ऐतिहासिक शहर को फिर से उसकी गरिमा लौटाने की जो कोशिश उन्होंने शुरू की है, वह सराहनीय है।
निगम के हर अधिकारी-कर्मचारी को भी अब समझना होगा कि अब “काम दिखना चाहिए, सिर्फ होना काफी नहीं।” अगर यह लय बनी रही, तो जयपुर हेरिटेज निगम आने वाले समय में प्रदेश भर के लिए एक मिसाल बन सकता है।