मौसमी बीमारियों के मरीज बढ़ने पर सरकार ने लिया निर्णय
जयपुर 24 सितंबर 2024 (न्याय स्तंभ )राजस्थान में बढ़ती मौसमी बीमारियों के केस को देखते हुए सरकार ने सभी मेडिकल स्टाफ की छुटि्टयों को आगामी आदेशों तक रद्द कर दिया है। इसके साथ ही हर सरकारी हॉस्पिटल में इसके लिए अलग से ओपीडी संचालित करने के लिए कहा है। राज्य के हेल्थ मिनिस्टर गजेन्द्र सिंह खींवसर ने आज मौसमी बीमारियों पर रिव्यू करते हुए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
स्वास्थ्य निदेशालय में हुई बैठक में अधिकारियों ने बताया कि अभी बड़ी संख्या में जो मरीज हॉस्पिटल में आ रहे हैं वह वायरल इन्फेक्शन, मलेरिया-डेंगू, चिकनगुनिया और स्क्रब टाइफस से संबंधित हैं। इस कारण इन दिनों हॉस्पिटल की ओपीडी में सामान्य से ज्यादा मरीज देखने को मिल रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि मरीजों का सबसे ज्यादा लोड बड़े हॉस्पिटल पर आ रहा है। इसे देखते हुए मंत्री ने सभी मेडिकल स्टाफ की छुटि्टयों को आगामी आदेशों तक निरस्त करने के निर्देश दिए। केवल उन्हीं स्टाफ को छुट्टी दी जाए, जो अति आवश्यक हो। इसके लिए उसे सक्षम स्तर से मंजूरी लेनी होगी। इसके साथ ही हॉस्पिटलों में मौसमी बीमारी के मरीजों के लिए विशेष ओपीडी संचालित करने के निर्देश दिए।
बैठक में मंत्री ने बढ़ते मरीजों को देखते हुए हॉस्पिटलों के अधीक्षकों, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और जिला सीएमएचओ को दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने, हॉस्पिटल में अलग से बैड की व्यवस्था रखने के लिए कहा। इसी तरह डेंगू-मलेरिया के जांच किट, ब्लड बैंक में पर्याप्त ब्लड की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही मंत्री ने बैठक में कहा कि जिन डॉक्टरों या पैरामेडिकल स्टाफ ने पदोन्नति या पदस्थापन के बाद जॉइन नहीं किया है, वे तत्काल रूप से अपने पदस्थापन स्थान पर उपस्थिति दें। ऐसा नहीं करने वाले स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मौसमी बीमारियों की प्रभावी मॉनिटरिंग पर जोर देते हुए कहा कि राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय अधिकारी चिकित्सा संस्थानों का औचक निरीक्षण कर वहां के प्रबंधन की जांच करने के लिए भी कहा।