जयपुर, 6 अक्टूबर 2025(न्याय स्तंभ)। सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में आग की दर्दनाक घटना के बाद राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। सरकार ने तत्काल प्रभाव से एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी और ट्रोमा सेंटर प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ को पद से हटा दिया है, जबकि अधिशाषी अभियंता मुकेश सिंघल को निलंबित कर दिया गया है। वहीं हादसे में मृतकों के परिवार को 10 लाख रूपये मुआवजे की घोषणा भी सरकार ने की है।
इनके साथ ही, फायर सेफ्टी का कार्य संभाल रही एसके इलेक्ट्रिक कंपनी की निविदा रद्द करते हुए कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना की गंभीरता को देखते हुए रविवार देर रात 3 बजे अस्पताल पहुंचकर हालात का जायजा लिया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद ही यह प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। सरकार ने अब डॉ. मृणाल जोशी को नया एसएमएस अधीक्षक और डॉ. बी.एल. यादव को ट्रोमा सेंटर का प्रभारी नियुक्त किया है। चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने स्वयं ट्रोमा सेंटर का दौरा कर स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा की यह हादसा बेहद दुःखद है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
मंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि उन्हें उचित मुआवजा जल्द दिया जाएगा। खींवसर ने बताया कि राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त की अध्यक्षता में छह सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की है, जो सभी पहलुओं की गहन जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपेगी।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जून माह में ही सीआईएसएफ को एसएमएस अस्पताल की फायर सेफ्टी और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए थे, जो अब शीघ्र प्राप्त होगी। रिपोर्ट के आधार पर पहले जयपुर और बाद में प्रदेशभर के अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत किया जाएगा।
इस दौरान चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार, आयुक्त इकबाल खान, और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।



