निगम के कर्मचारी अपने जान-माल की हिफाजत खुद करें
पशु प्रबंधन शाखा के पास संसाधन और सुरक्षा दोनों की कमी
जयपुर 2 अक्टूबर 2024(न्याय स्तंभ) शहर को साफ सुथरा रखने और शहर में से दुधारू पशुओं की अवैध डेयरीयां हटाने को लेकर नगर निगम जयपुर बड़े बड़े वादे तो करता है लेकिन धरातल पर देखा जाए तो सब कुछ उसके उलट है। शहर में जगह-जगह कचरे के ढ़ेर और सड़क पर पशुओं का सैकड़ों कि संख्या में जमावड़ा हकीकत जानने के लिए काफी है।
अवैध डेयरी वालों की मौज
कहा जाता है कि जब सैयां भये कोतवाल तो डर काहें का’ इसका जीता जागता उदाहरण नगर निगम की पशु प्रबंधन शाखा है। क्योंकि यहां पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ लीपा पोती होती है। कुछ दिन अभियान चलाया जाता है फिर वही ढाक के तीन पात। कोई भी नया अधिकारी आता है तो शहर से इन पशुपालकों पर बड़ी कार्रवाई तो करने की कोशिश करता है लेकिन सिस्टम और अपर्याप्त संसाधनों के अभाव में वो कार्रवाई कर ही नहीं पाता। निगम की इसी कमजोरी का फायदा अवैध डेयरी संचालित करने वालों को मिल जाता है।
पशु छुड़ाने बड़े अधिकारी और मंत्रियों के आते फ़ोन
नगर निगम हो या और कोई डिपार्टमेंट सब जगह सिफारिश से काम होता है। जिसके पास सिफारिश नहीं होती उसका काम होना बड़ा मुश्किल है। लेकिन यहां तो सड़क पर नगर निगम द्वारा पकड़े गए पशुओं को छुड़वाने के लिए मंत्रियों और बड़े-बड़े अधिकारियों की सिफारिश आती है। जिससे नगर निगम को पकड़े गए पशुओं को छोड़ना पड़ता है।
बिना साधन-संसाधन के कैसे हो प्रभावी कार्रवाई
नगर निगम से हर कोई अवैध डेयरीयां चलाने वालों पर कार्रवाई तो चाहता है लेकिन पशु प्रबंधन शाखा के पास न तो पर्याप्त जाब्ता है और न ही संसाधन। अब नगर निगम के कर्मचारी प्रभावी कार्रवाई भी करें तो कैसे करें।
निगम की टीम पर हमला कर बना लेते बंधक
नगत निगम की पशु प्रबंधन शाखा की टीम जब भी शहर में अवैध डेयरी हटाने या सड़क पर घूमते हुए पशुओं को पकड़ने जाती है तो सैकड़ों की संख्या में झुंड बना कर घूमने वाले पशुपालक उनको चारों तरफ से घेर लेते हैं और यही नहीं कभी तो उनके साथ मारपीट तक हो जाती है। जानकारी में आया है कि बहुत बार तो उन लोगों ने अधिकारियों को बंधक भी बना लिया है जिससे कोई भी अधिकारी कार्रवाई करने से बचता है।
शहर में कहां-कहां चल रही अवैध डेयरियां
वैसे तो शहर में बहुत सारे पशुपालक हैं जो एक या दो पशु रखते हैं। लेकिन कई बड़े डेयरी माफिया हैं जिन्होंने सैकड़ों पशु पाल रखे हैं। सूत्रों का कहना है कि हेरिटेज निगम की नाक के नीचे ही एक बहुत बड़ी डेयरी चलती है जिस पर कई बड़े नेताओं और अधिकारियों का वरदहस्त है जिससे उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
यहां बड़ी बड़ी अवैध डेयरी
- जानकारी के अनुसार निगम के हवामहल जोन के पास चीनी की बुर्ज में एक बड़ी डेयरी संचालित है।
- चौगान स्टेडियम की पार्किंग
- मिस्त्री खाने की गली, गणगौरी बाजार
- मंदिर मोड़, विद्याधर नगर
- मोहन नगर, नाहर गढ़ किले के नीचे
- सांगानेर में नगर निगम के कार्यालय के आसपास
- छोटी चौपड़ कोतवाली थाने के पीछे