भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा जल्द होने की संभावना
जयपुर/ दिल्ली 13 अगस्त 2025 (न्याय स्तंभ)। भाजपा की संभावित प्रदेश कार्यकारिणी की तैयारियों में कांग्रेस से आए नेताओं को तरजीह मिलने की चर्चा ने पार्टी के भीतर भूचाल ला दिया है। सूत्रों के मुताबिक, ज्योति खंडेलवाल, लालचंद कटारिया, ज्योति मिर्धा और सुरेश मिश्रा जैसे नाम सूची में आगे हैं, जबकि इन नेताओं का भाजपा में योगदान नगण्य रहा है।
पार्टी के पुराने और जमीनी कार्यकर्ता मानते हैं कि इन नेताओं ने भाजपा की वैचारिक लड़ाइयों में कभी पसीना नहीं बहाया, बल्कि कांग्रेस में रहकर भाजपा को कमजोर करने का ही काम किया था। अब अचानक संगठन में ऊंचे पदों की रेस में इनकी एंट्री ने कार्यकर्ताओं का आक्रोश बढ़ा दिया है।
कांग्रेस से आए चेहरे और विवाद
ज्योति खंडेलवाल– कांग्रेस से भाजपा में आईं, पूर्व जयपुर नगर निगम महापौर। कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की और निगम में कार्यकाल के दौरान कई विवादों में रहीं। भाजपा में आने के बाद से लगातार बड़े पदों की चाहत में सक्रिय, लेकिन जमीनी संगठनात्मक योगदान पर सवाल।
लालचंद कटारिया — पूर्व कृषि मंत्री, लंबे समय तक कांग्रेस की राजनीति की, विधानसभा में भाजपा सरकार की नीतियों पर सबसे ज्यादा हमला करने वालों में रहे। चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल होकर सीधे पद की रेस में आना पुराने नेताओं को अखर रहा है।
ज्योति मिर्धा — नागौर की पूर्व सांसद, कांग्रेस में रहते हुए भाजपा के खिलाफ तीखी बयानबाजी करती रहीं। भाजपा में आने के बाद भी संगठनात्मक काम से ज्यादा मीडिया सुर्खियों में रहने पर जोर।
पुरानी कार्यकारिणी के कुछ पदाधिकारी होंगे बाहर
पार्टी सूत्रों के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि पुरानी प्रदेश कार्यकारिणी में से कुछ पदाधिकारियों को आराम दिया जाएगा, जिनमें प्रमुख नाम श्रवण सिंह बगड़ी, मुकेश दाधीच और जितेंद्र गोठवाल जैसे बड़े नेताओं के हैं। सूत्रों ने बताया की आलाकमान ने कुछ पूर्व पदाधिकारियों की सत्ता और संगठन स्तर पर जानकारी जुटाई तो पता लगा कि कुछ पुराने पदाधिकारियों से कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। और कुछ नाम ऐसे हैं जिनको कुछ ऐसे नेताओं का वरदहस्त प्राप्त है जो अपने आपको पार्टी से ऊपर समझते हैं। हालांकि इन तीनों नामों को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि इन्हें पार्टी सरकार में कोई जिम्मेदारी दी सकती है। जिससे संतुलन बना रहे और किसी प्रकार का कोई विवाद न हो।
इन नामों पर लगभग सहमति
मिथलेश गौतम, लक्ष्मीकांत भारद्वाज, फतेह सिंह डोई, अनीता कटारा, हरिराम रणवां, दामोदर अग्रवाल, एकता अग्रवाल, श्याम अग्रवाल, दशरथ सिंह शेखावत, प्रेमसिंह बनवासा, नाहर सिंह जोधा, प्रभुलाल सैनी, भूपेंद्र सैनी, अशोक सैनी, महेंद्र यादव, अतर सिंह भड़ाना, भानुप्रताप सिंह राजावत, हेमराज मीणा, अर्चना मीणा, मोतीलाल मीणा, धर्मपाल गुर्जर, चंपालाल गैदर, हीरालाल रावत, महेंद्र यादव और शाहपुरा राजपरिवार की सदस्य रत्नाकुमारी का नाम सूची में शामिल होने की जानकारी मिली है।