शास्त्री नगर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले बुजुर्गों का झलका दर्द
जयपुर, 20 जून 2025(न्याय स्तंभ)। शहर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी शास्त्री नगर वार्ड नंबर 17 में हालात बद से बदतर हो चुके हैं। पार्षद शिवकुमार सोनी ने करीब 6 महीने पहले सड़कों की मरम्मत का वादा किया था, लेकिन आज तक कोई काम नहीं हुआ।कॉलोनी की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं, गलियां खुदी पड़ी हैं और बारिश में हालात इतने खतरनाक हो गए हैं कि आए दिन हादसे हो रहे हैं। गौरतलब है कि नगर निगम और जल जीवन मिशन दोनों के संयुक्त तत्वावधान में इस कॉलोनी में सीवरेज और ड्रेनेज का लाइनें डाली गई थी लेकिन लाइनें तो डल गई लेकिन उसके लिए खोदी गई सड़क जस कि तस पड़ी है।
वहीं लोगों ने ये आरोप भी लगाया कि ठेकदार ने कॉलोनी के सभी लोगों के घरों में पानी और सीवरेज कनेक्शन जोड़ने के नाम पर पैसे लिए हैं जबकि ये सरकारी काम है। अब ठेकेदार ने कहां-कहां ये पैसा पहुंचाया ये तो वही जाने लेकिन लोगों का कहना है लोगों से पैसे उगाना पार्षद की बिना सहमति के हो ही नहीं सकता। इतना ही नहीं जिन्होंने ठेकदार को पैसे नहीं दिए उनके यहां या तो कनेक्शन नहीं हुए या फिर खानापूर्ति कर दी गई। अब इसका जवाब तो नगर निगम हेरिटेज के कमिश्नर अरुण हसीजा, मेयर कुसुम यादव या फिर हवामहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालमुकुंद आचार्य ही दे सकते हैं कि क्यों लोगों के जीवन को नारकीय बना रखा है।
स्थानीय लोग रोज़ाना परेशानी झेलने को मजबूर हैं। बीमार लोग घरों में तड़प रहे हैं क्योंकि एम्बुलेंस इन गलियों में घुस नहीं पा रही। कई बार ऐसा हुआ है जब एंबुलेंस को कॉल किया गया, लेकिन टूटी-फूटी सड़कें और गड्ढों की वजह से मरीज अस्पताल नहीं पहुंच सके। हालत ये है कि बरसात में सड़कों पर पानी भरने से घरों में पानी घुस रहा है, बच्चों का खेलना बंद हो गया है और गड्ढों में गिरकर कई बार मासूम घायल हो चुके हैं।
लोगों ने पार्षद के घर जाकर शिकायत की, दर्जनों महिलाएं विरोध दर्ज कराने के लिए उनके घर पहुंचीं, निगम में एप्लीकेशन दी गई, लेकिन न पार्षद ने सुना और न निगम ने कार्रवाई की। पार्षद साहब के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पार्षद शिवकुमार सोनी पार्षद बनने से पहले सभी के सुख-दुख में काम आते थे, उनके पिताजी का भी क्षेत्र में बहुत अच्छा व्यवहार है लेकिन पता नहीं अब शिवकुमार को क्या हो गया।
स्थानीय निवासियों का यहां तक कहना है कि पार्षद सिर्फ वादे करतें हैं, काम नहीं। कॉलोनी के बुजुर्गों ने बताया कि शिवकुमार सोनी चुनाव जीतने के बाद कॉलोनी के बेटा नहीं रह कर सिर्फ एक पार्षद बन गया है जो अब अपने परिवार के लोगों की समस्याएं भी नहीं देखता है। हालात ये है कि मानसून के शुरू होते ही घरों के अंदर पानी घुसना, मकानों की नींव में पानी भरना और हर दिन एक्सीडेंट अब आम बात हो गई है।
हाउसिंग बोर्ड के इन मकानों में रहने वाले लोग अब खुद गड्ढों में मिट्टी भरकर सड़कें ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि पार्षद और प्रशासन दोनों ही आंखें मूंदे बैठे हैं।
इलाके के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क नहीं बनी और हालात नहीं सुधरे, तो वे पार्षद के घर के बाहर धरना देंगे और नगर निगम दफ्तर का घेराव करेंगे।
शास्त्री नगर वार्ड नंबर 17 की ये तस्वीर जयपुर नगर निगम और पार्षद की लापरवाही का सबसे शर्मनाक उदाहरण बन चुकी है।