जयपुर, 15 जुलाई 2025(न्याय स्तंभ) । जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर हर साल बड़े जोर-शोर से पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन करती रही हैं। मीडिया कैमरे, चमक-धमक, फोटोशूट और ‘हरा-भरा जयपुर’ के लंबे-चौड़े वादे। लेकिन इस बार न पौधे दिखे, न पौधारोपण, और न ही सोशल मीडिया पोस्ट। बरसात का एक महीना बीत गया, सावन भी लग गया… लेकिन महापौर साहिबा का हरा सपना शायद इस बार सूख गया है! ये सब हम नहीं कह रहे हैं बल्कि शहर की जनता और पार्षद अब ये सवाल उठा रहे हैं।
उनका कहना है कि महापौर सौम्या गुर्जर इस बार या तो किसी बड़े मंच सजाने की तैयारी में व्यस्त हैं या फिर उन्हें लगने लगा है कि अब तो कार्यकाल के आखिरी महीने बचे हैं, फिर क्या झंझट! ऊपर से नगर निगम में नए आयुक्त आ गए हैं, जिनसे शायद अब तक दुआ-सलाम भी नहीं हुई। ऐसे में आयोजन करने का ‘फायदा’ भी क्या?
शहर के जागरूक नागरिक तंज कस रहे हैं कि “जयपुर में हरियाली लाने का ठेका सिर्फ फोटो खिंचवाने तक ही था क्या?” अब देखना ये है कि क्या महापौर महोदया आखिरी समय में कोई ‘ग्रीन थीम सजाती हैं या इस बार पौधे भी राजनीति की तरह सूखे ही रह जाएंगे।
कहावत है — जिस सावन में हरियाली न हो, वहां के जिम्मेदारों की सियासत भी बेजान हो जाती है।
इस पोस्ट की फ़ोटो फ़ाइल फ़ोटो है। पिछले साल हुए पौधारोपण की है।