दो लाख की रिश्वत लेते पति गिरफ्तार
महापौर के घर से मिली 40 लाख की नकदी
जयपुर 4 अगस्त 2023(न्याय स्तंभ) जयपुर हैरीटेज की महापौर मुनेश गुर्जर के घर पर शुक्रवार रात एसीबी की टीम ने छापा मारा है। एसीबी ने मुनेश के पति सुशील गुर्जर एवं उसके दलाल नारायण सिंह व अनिल दुबे (प्राईवेट व्यक्ति) को परिवादी से 2 लाख रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। रिश्वत की राशि नगर निगम का पटटा जारी करने के एवज में मांगी गई थी( मेयर मुनेश गुर्जर की भूमिका को लेकर भी एसीबी जांच कर रही है। वहीं, मेयर के आवास से करीब 40 लाख रुपए की नकदी बरामदगी होना सामने आया है, वहीं पीए व दलाल नारायण के घर से 8 लाख रुपए की नकदी मिली है। वहीं, एसीबी ने मेयर पति के आवास व अन्य ठिकानों पर दबिशें देना शुरू कर दिया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की स्पेशल इन्वेटिगेशन यूनिट (एस.आई.यू.) जयपुर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके द्वारा आवेदित पट्टे की फाईल में पट्टा जारी करने की एवज में सुशील गुर्जर मेयर पति नगर निगम हैरिटेज, जयपुर द्वारा उसके दलाल नारायण सिंह व अनिल दुबे (प्राईवेट व्यक्ति) के माध्यम से 2 लाख रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है। जिस पर एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस रणधीर सिंह के सुपरवीजन में में शिकायत का सत्यापन कराया गया। जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ललित शर्मा, विशनाराम इन्टेलिजेंस एवं बलराम मीणा जयपुर नगर चतुर्थ की संयुक्त टीमों के द्वारा मय ट्रेपकर्ता पुलिस निरीक्षक श्री सज्जन सिंह एवं टीम के ट्रेप कार्यवाही करते हुए दलाल नारायण सिंह राजपूत निवासी 55ए, नेहरू नगर, हटवाड़ा रोड़, जयपुर को परिवादी से 2 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। प्रकरण में संलिप्तता के आधार पर हैरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर के पति आरोपी सुशील गुर्जर पुत्र श्री रामप्रसाद गुर्जर निवासी ए-3, आदर्श कॉलोनी, शक्तिनगर, हटवाड़ा रोड़, हसनपुरा और अनिल दुबे निवासी 173, शक्तिनगर, हटवाड़ा रोड़, हसनपुरा को भी गिरफ्तार किया गया है। कार्यवाही के दौरान आरोपी सुशील मेयर पति के निवास निवास की तलाशी में 40 लाख रुपए से अधिक नकदी बरामद हुई है। इसी प्रकार आरोपी दलाल नारायण सिंह के निवास की तलाशी में 8 लाख रुपए से अधिक नकद राशि बरामद की गई है। आरोपियों के आवास एवं ठिकानों पर एसीबी की विभिन्न टीमों द्वारा तलाशी अभियान जारी है।
मुनेश का पदभार, संभालते थे उनके पति
सूत्रों ने बताया कि मुनेश गुर्जर ने जब गत 10 नवम्बर 2022 को जयपुर हैरिटेज मेयर पद का पदभार संभाला था। तभी से उनके पति सुशील गुर्जर ने उनके पदभार संभालते हुए कार्यालय की फाइलों को स्वयं को देखने के लिए मंगाना शुरू कर दिया है। सूत्र बताते है कि मेयर के कार्यालय आने के दौरान उनके पति सुशील गुर्जर हर समय उसके साथ ही रहते थे। इतना ही नहीं मेयर पीए नारायण भी हर कार्य के लिए सुशील से ही संपर्क में रहते थे। कार्यालय का हर काम सुशील गुर्जर की देखरेख में ही किया जाना सामने आया है। एसीबी मेयर पति सुशील गुर्जर, पीए नारायण व दलाल अनिल के मोबाइल को जब्त कर लिया है और कॉल डिटेल खंगालने के प्रयास तेज कर दिए है।
मेयर पति से खुलेंगे कई राज
मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर की भूमिका शुरू से ही चर्चाओं में रही है। सुशील कार्यालय के सभी कार्मिकों से संपर्क में रहते थे। ऐसे में एसीबी की पूछताछ में सुशील गुर्जर से कई बड़े राज भी खुलने की संभावना जताई जा रही है।
खाचरियावास ने साधा निशाना
मेयर मुनेश गुर्जर के घर एसीबी ट्रैप पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान आया है। खाचरियावास ने कहा कि लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी। पट्टे जारी करने के एवज में रुपये मांगे जा रहे थे। मेरे से कई बार लोगों ने शिकायत की थी। रिश्वतखोर किसी भी पार्टी का हो भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। लोग मेरे घर आकर कह रहे थे पट्टा तो बन गया है लेकिन नगर निगम मेयर के पास जाकर रूक गया है। गरीब लोगों को बार-बार परेशान किया जा रहा है। खाद्य मंत्री खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान की एसीबी टीम नंबर वन है।