प. नीरज शर्मा
17 जनवरी 2023 को 30 साल बाद शनि देव कुंभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि के राशि परिवर्तन करने पर कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाती तो कुछ पर से खत्म हो जाती है। शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने के बाद मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती, जबकि कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी।शनि के कुंभ राशि में गोचर करने से धनु राशि वालों पर चल रही शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी।
सभी 12 राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव
मेष राशि– आपकी राशि में शनि का गोचर ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है. कुंडली का ग्यारहवां भाव लाभ और आय का होता है। मेष राशि के जातकों को लिए शनि का गोचर शुभ रहेगा।
वृषभ राशि- आपकी राशि के लिए शनि नौवें और दसवें भाव के स्वामी ग्रह वह यह आपके दसवें भाव में गोचर से सरकारी व व्यापार में सफलता दिलाएगा।
मिथुन राशि– शनि की ढैय्या खत्म होने से आपक सारे रूके हुए काम अब जल्द ही पूरे होंगे, करियर में अच्छी सफलता मिलेगी।
कर्क राशि- शनि देव आपकी राशि में आठवें भाव में प्रवेश करेंगे, आपके लिए शनि की ढैय्या शुरू होने की वजह से जीवन में कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
सिंह राशि- आपकी राशि में शनि का गोचर सातवें भाव में हो रहा है. कुंडली के सातवें भाव से दांपत्य जीवन और साझेदारी का विचार किया जाता है। दांपत्य जीवन अच्छे से बीतेगा वहीं जिन जातकों का विवाह संबंधी वार्ता चल रही उसमें सफलता प्राप्ति होगी। नए व्यापार के लिए यह समय बहुत ही अनुकूल रहेगा।
कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों के लिए शनि पांचवें और छठे भाव के स्वामी होते हैं। शनि के कुंभ राशि में गोचर से यह आपके छठे भाव को प्रभावित करेंगे, नौकरी में सफलता व कर्ज मुक्ति देंगे।
तुला राशि- शनि का गोचर आपकी राशि के पांचवें भाव में गोचर करेंगे। संतान सुख व अचानक से धन लाभ होने की संभावना बनेगी।
वृश्चिक राशि– शनि का गोचर आपकी राशि के चौथे भाव में होगा. शनि के राशि परिवर्तन करने आपके ऊपर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। कई तरह की घरेलू परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
धनु राशि– शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही धनु राशि के लोगों पर चल रही शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी। शनि का गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव में होगा जो आपको बिना वजह यात्राएं भी करवाएगा।
मकर राशि – शनि का गोचर आपकी राशि के दूसरे भाव में होगा, इसके प्रभाव से आपको आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वाद-विवाद की स्थिति ज्यादा पैदा होगी।
कुंभ राशि- शनि का गोचर 17 जनवरी को आपकी लग्न यानी पहले भाव में होने जा रहा है। शनि के गोचर से आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण शूरू होने से बीमारी पर धन खर्च व मानसिक तनाव होगा।
मीन राशि – शनि के 30 वर्षों बाद दोबारा से कुंभ राशि में गोचर करने के कारण मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। अत्यधिक भागदौड़ और खर्च का सामना और आर्थिक तंगी बढ़ सकती है।