कहा—गुढा अविश्वनिय व्यक्ति, राठौड़ ने किया लाल डायरी होन से इंकार
जयपुर, बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के आरोपों पर सीएम अशोक गहलोत के नजदीकी और आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने पलटवार किया है। देर रात जारी बयान में उन्होंने इनकम टैक्स के छापों के दौरान गुढ़ा के घर आने की बात मानी है, लेकिन लाल डायरी होने से साफ इनकार करते हुए गुढ़ा को अविश्वनीय व्यक्ति बताया।
राठौड़ ने टृवीट करके कहा- कि भाजपा ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी सरकार गिराने का प्रयास किया, इसी षड्यंत्र के हिस्से के तहत केंद्रीय एजेंसियों ने कांग्रेस नेताओं, तमाम प्रतिष्ठानों और मुख्यमंत्री के भाई तक के घर पर छापा डाला। मुझे याद है कि उस घटनाक्रम के दौरान राजेन्द्र गुढ़ा मेरे घर आए थे, लेकिन इस घटनाक्रम से लेकर कभी भी मेरे से गुढ़ा किसी लाल डायरी की चर्चा नहीं की।
मैं संभवत: हमेशा गांधी डायरी का उपयोग करता हूं और अपनी दिनचर्या इसमें लिखता हूं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के लोग मेरे घर से तीन डायरियां लेकर गए थे, जिनमें ऐसी गांधी डायरियां थीं, ये उनके रिकॉर्ड में भी दर्ज हैं।
धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा- मेरे राजेंद्र गुढ़ा से लंबे समय से पारिवारिक संबंध रहे हैं। कई लोग आकर मुझसे इनकी आलोचना करते हुए ये बेहद अविश्वसनीय व्यक्ति हैं। मेरे व्यक्तिगत संबंधों के कारण मैंने उन बातों पर ध्यान नहीं दिया। एक कांग्रेस कार्यकर्ता होने के नाते मैंने हमेशा इनकी मदद की।
राठौड़ ने बयान में बताया कि कहा- 2009 और 2019 में अन्य बसपा विधायकों के साथ इन्होंने कांग्रेस जॉइन की, ये तब भी मेरे संपर्क में रहे और इनका बैकग्राउंड जानते हुए भी पार्टी हित में मैंने इनका साथ दिया। पिछले लगभग सालभर से राजेन्द्र गुढ़ा पार्टीलाइन से हटकर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ही बयानबाजी कर रहे थे, मैंने इनको समझाने का प्रयास किया कि ऐसा ना करें परन्तु मैं तब समझ नहीं पाया कि यह अंदर ही अंदर क्या षड्यंत्र कर रहा है?
गुढ़ा को मोहरा बनाकर बीजेपी ने हाईवोल्टेज ड्रामा रचा
राठौड़ ने कहा- कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियां मणिपुर में हो रहीं हिंसा, महिलाओं से बलात्कार और हत्याओं के मामले पर संसद में चर्चा करना चाहती हैं। पूरे देश-दुनिया की नजर इस पर हैं पर संसद नहीं चल पा रही है। दिल्ली से लेकर जयपुर तक भाजपा राजस्थान सरकार पर झूठे आरोप लगाकर मणिपुर के मुद्दे की गंभीरता को कम करने का षड्यंत्र कर रही है।
उसी षड्यंत्र के तहत राजेन्द्र गुढ़ा को मोहरा बनाकर ये हाई वोल्टेज ड्रामा रचा गया है। प्रधानमंत्री के राजस्थान दौरे से महज तीन दिन पहले राजेन्द्र गुढ़ा और बीजेपी के नेताओं के जो बयान विधानसभा के अंदर और बाहर आए हैं, वो इसी षड्यंत्र का हिस्सा हैं, हालांकि वो इसमें सफल नहीं हुए ।