हुआ फाइनल-किसको मिलेगा टिकट, किसकी होगी रवानगी
जयपुर। पीएम मोदी के दौरे के एक दिन बाद ही राष्ट्रीय स्तर के दो नेताओं का जयपुर में आना अपने आप में बहुत कुछ संकेत दे रहा है। भाजपा नेता ही नहीं वरन दूसरे दलों के नेता भी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के जयपुर दौरे के बारे में अटकलें लगाने में लगे हैं। दोनों नेता बुधवार शाम विशेष विमान से जयपुर हवाई अड्डा पहुंचे। हवाई अड्डे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित पार्टी के कई नेताओं ने शाह और नड्डा का स्वागत किया। हवाई अड्डा से दोनों नेता सीधे एक होटल पहुंचे जहां इसी साल के अंत में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक हुई।
पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पता चला है कि बैठक में कई सारे संगठानात्मक मुद्दों और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर मंथन हुआ। हालांकि ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा की पहली सूची जल्द आने की संभावना है। जिसको लेकर भी बुधवार को बैठक में मंथन हुआ है। बैठक के दौरान भाजपा की ओर से निकाली गई परिवर्तन संकल्प यात्रा को लेकर भी समीक्षा की गई । साथ ही गुटबाजी करने वाले नेताओं और पार्टी को कमजोर करने वाले नेताओं के नामों पर भी चर्चा की गई है।
बैठक में रहे मौजूद
केंद्रीय मंत्री अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीएल संतोष की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक हुई। शहर के एक निजी होटल में बैठक चल रही है हालांकि पहले बैठक भाजपा प्रदेश कार्यालय पर प्रस्तावित थी। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी , पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे , नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, प्रहलाद जोशी, अरुण सिंह, नितिन पटेल, कुलदीप बिश्नोई, विजय रहाटकर चंद्रशेखर, सतीश पूनिया, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और नारायण पंचारिया बैठक में मौजूद हैं।
दिनभर चली समन्वय बैठकें
बुधवार को दोनों राष्ट्रीय नेताओं के जयपुर आने से पहले िदनभर संगठन की समन्वय बैठकें चली। जिसमें केंद्रीय नेतृत्व के सामने क्या चर्चा करनी है। किन मुद्दों पर बात करनी है। एवं आगामी विधानसभा को लेकर तैयारियों के बारे में दोनों नेताओं के सामने किन बातों पर बातचीत करनी है इसका पूरा खाका तैयार किया गया। साथ ही दोनों नेताओं के साथ बैठक के दौरान प्रदेश के नेताओं को किस प्रकार से अपनी बात रखनी है इस बारे में भी चर्चा की गई।
परिवर्तन संकल्प यात्रा पर मंथन
भाजपा सूत्रों के अनुसार हाल ही में पूरे प्रदेश में निकाली गई परिवर्तन संकल्प यात्राओं को लेकर बैठक में मंथन किया गया। जेपी नड्डा और अमित शाह ने प्रदेश के नेताओं से सभी यात्राओं के बारे में फीडबैक लिया। बैठक में यात्राओं के दाैरान होने वाली गुटबाजी और नेताओं और कार्यकर्ताओं के रूझान के बारे में भी केंद्रीय नेताओं ने जानकारी ली। साथ ही यात्राओं के दौरान क्या कमी रही और जनता के बीच में उनका कितना प्रभाव पड़ा है इसके बारे में जानकारी ली गई।
ए ग्रेड श्रेणी की सीटों को लेकर हुई चर्चा
भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में ए ग्रेड की सीटों को लेकर भी मंथन हुआ। जिसमें ऐसी सीटों पर चर्चा की गई जहां पिछले कई बार से मौजूदा भाजपा विधायक जीत दर्ज करते हुए आए हैं। ऐसे विधायकों की हाल की स्थिति और फिर से चुनाव जीतने की संभावना पर बातचीत की गई। साथ ही ऐसे मौजूदा विधायकों और उम्मीदवारों के प्रति एंटी इंनकबेंसी को लेकर भी चर्चा हुई की क्या वे रिपीट कर सकते हैं या फिर उनकी जगह किसी ओर उम्मीदवार को चुनाव लड़वाया जा सकता है।
डी ग्रेड सीटों के बारे में भी हुआ मंथन
भाजपा कोर कमेटी की बैठक में ऐसी सीटों पर भी चर्चा की गई जो आज तक पार्टी नहीं जीती है या फिर हार जीत का फैसला बहुत कम रहा हो। दोनों नेताओं ने प्रदेश के नेताओं से ऐसी सीटों को कैसे जीता जा सकता है इस विषय पर भी चर्चा की। बैठक में मौजूद प्रदेश के सभी नेताओं से केंद्रीय नेताओं ने यह भी जानकारी ली की पार्टी वहां क्यों हारती है।
निर्दलीयों और दूसरी पार्टी के मजबूत नेताओं पर भी नजर
सूत्रों के अनुसार बैठक में ऐसे निर्दलीय और दूसरी पार्टियों के उम्मीदवारों के बारे में भी चर्चा की गई जो पिछली बार बहुत कम अंतर से हारे थे और वर्तमान में मजबूत स्थिति में हैं। ऐसे उम्मीदवारों का उनकी पार्टी से टिकट कटने पर क्या वे भाजपा के खेमे में आ सकते हैं। और अगर उनके आने की संभावना है तो उनके करीबी और खास संपर्क सूत्र तलाशने की जिम्मेदारी भी प्रदेश के नेताओं को दी गई है।
गुटबाजी को लेकर दी सख्त हिदायत
पार्टी के दोनाें राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने साफ शब्दों में बैठक में संकेत दिए हैं कि किसी भी सूरत में गुटबाजी स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी को हिदायत दी की पार्टी में बगावत, संगठन के प्रति असंतोष फैलाने वाले नेताओं की एक सूची तैयार की ली गई है अगर वे फिर भी नहीं मानते तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के सर्वे को लेकर भी हुई चर्चा
भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व की ओर से करवाए गए सर्वे पर भी चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार सर्वे में जिन उम्मीदवारों के नाम आए हैं उनको लेकर दोनों सूचियों का मिलान किया गया। साथ ही ऐसे नेताओं के बारे में बैठक में सुझाव लिए गए ।
चुनाव प्रबंधन और प्रचार प्रसार को लेकर भी चर्चा
बैठक के दौरान आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रबंधन पर भी चर्चा की गई। चुनावों को लेकर किस प्रकार से रणनीति बनानी है। किस नेता को क्या जिम्मेदारी दे सकते हैं, कौन नेता किस प्रकार से चुनावों में अपनी भागीदारी निभा सकता है इस पर बात की गई। इसके साथ ही चुनावों में प्रचार-प्रसार को लेकर क्या रणनीति होगी और केंद्र सरकार की किन याेजनाओं को जनता के बीच में लेकर जाना है उसके बारे में भी चर्चा की गई।
भाजपा की पहली सूची जल्द ही आने की संभावना
सूत्रों के अनुसार बैठक में इस बात पर भी विचार-विमर्श किया गया िक भाजपा को अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट कब जारी करनी चाहिए। यह भी चर्चा की गई कि सूची पहले या बाद में जारी करने पर क्या नुकसान और क्या फायदे हो सकते हैं।